shakuntala devi biography नमस्कार दोस्तों तो आज हम बात करने वाले हे शकुतल देवी Mathematical, शकुंतला देवी की बात करे तो ओ बोहत जिनअस थी। गॉड गिफ्ट था इनके पास बड़ी बड़ी calculations सेकंड मे आंसर दे देती थी, शकुंतल देवी को humans कंप्युटर बोला जाता था। चलता फिरता लेकिन शकुंतला देवी बहुत हे तेज दीमाख था ।
Shakuntala Devi Biography In Hindi

अपने सुन आपने सुना होगा चाचा चौधरी का दिमाग बहुत चलता है। पर यहां पर शकुंतला देवी का दिमाग उनका असल में कंप्यूटर जेसे दिमाग चलता था। क्योंकि जितनी जल्दी कंप्यूटर कैलकुलेट करके बताता नहीं था। इतनी जल्दी शकुंतला देवी कैलकुलेट कर देती थी।
Name | Shakuntala Devi |
Real Name | Shakuntala Devi |
Nick Name | Shakuntala |
Birth Day | 4 November 1929 |
Birth Place | Bangalore |
Home Town | Bangalore |
और कैसे हो आप लोग आज कंप्युटर का युग हे। क्यों ना क्योंकि आज कंप्यूटर की बात करेंगे तो कंप्युटर का जदा क्या महत्व है। और वैसे हो भी क्यों ना क्योंकि लगभग हर काम अब कंप्यूटर से ही जुड़ा हुआ है। (Shakuntala Devi Biography) हालांकि दोस्तों इस पोस्ट में हम कंप्यूटर की बात तो नहीं करने वाली लेकिन बात करेंगे लेकिन आज हम बात करेंगे कंप्यूटर के नाम से पहचाने जाने वाली एक महिला।
उसका नाम हे शकुंतला देवी के बारे में शकुंतला देवी के नाम से भी जाना जाता है। शकुंतला देवी के दिमाग का कैलकुलेशन अपने जमाने की कंप्यूटर को भी मात दे देती थी। यहां तक कि 21 * 21 डिजिट तक के कोडिंग शकुंतला देवी ने कुछ सेकंड्स में ही करके दिखाया है। और इन सभी कारणों की वजह से ही उनका नाम गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड्स में भी रिकार्ड हो गया हे।
और दोस्तों 1970 – 80 के बीच फेमस इस महिला को एक बार फिर से इसलिए याद किया जा रहा है जो कि उन्हें के ऊपर ही आधारित एक बॉलीवुड मूवी 2020 नई रिलीज होने वाली है। और इस बायोपिक के अंदर विद्या बालन शकुंतला देवी के किरदार को निभाते हुए नजर आएंगे। (Shakuntala Devi Biography)
तो चले दोस्तों इस Shakuntala Devi Biography में हम जानने की कोशिश करते हैं कि आखिर शकुंतला देवी कौन थी। इस कहानी की शुरुआत की है 4 नवंबर 1929 से जब शकुंतला देवी का जन्म भारत के बेंगलुरु शहर में हुआ था।
उनके पिता का नाम विश्वमित्र मणि था । उनकी मां का नाम योगिनी था। और दोस्तों शकुंतला देवी पंडित घराना था। शकुंतल देवी क पिता जी मंदिर मे पुजारी का काम करते थे। (Shakuntala Devi Biography) पर शकुंतला देवी के पिता जी को कुछ नया करना था कुछ हट के इस लीये ओ शकुंतल के पितजिने एक निर्णय किया की ओ दूसरा कुछ तो करेंगे।
और फिर पहिला काम छोड़ने के बाद उन्होंने सर्कस में काम किया। सर्कस मे काम करना शुरू कीया। और दोस्तों इसी तरह से जब एक बार शकुंतला देवी 6 साल की थी। तब उनके पिता उन्हें कार्ड की बात बात ते थे। उस समय शकुंतला ने कुछ ऐसा कर दिखाया जो उनके पिता को यह समझ आ गया था.
Full Name | Shakuntala Devi |
Birth Date | 4 November 1929 |
कि उनकी बेटी जीनियस है। दरअसल शकुंतल देवी बोहट हे होशियार थी। उनों ने अपनी कला मे । डाल देने वाले विश्वामित्र अपनी बेटी से हर बार har जाया करते थे। उने उस बात का जब विश्वास नहीं हुआ तब उन्होंने लगातार पूरे दिन अपनी बेटी के साथ साथ थे। लेकिन उसी दिन ही कार्ड को सीखने के बावजूद शकुंतला ने अपने पिता को एक बार भी नहीं जीते दिया।
और दोस्तों इस टैलेंट को देखने के बाद से विश्वामित्र ने सर्कस के काम को छोड़कर अपनी बेटी के टैलेंट को लोगों तक पहुंचाने का फैसला किया। और फिर अलग-अलग जगहों पर जाकर उन्होंने कई सारे पब्लिक स्कूल में कार्ड के अलावा शकुंतला देवी मैथमेटिक्स के बड़े-बड़े कैंसिलेशंस को सॉल्व करने के लिए जानी जाती थी।
मतलब कि कितना भी बड़ा कैलकुलेशन हो, शकुंतला देवी को पेन और कागज की जरूरत पड़ती ही नहीं थी। वह अपने दिमाग में ही सब कुछ सवाल कर लेती थी। Shakuntala Devi Biography और दोस्तों इसी तरह से जब शकुंतला देवी के टैलेंट की चर्चाएं तेजी से फैलने लगी।
तो मैसूर यूनिवर्सिटी के अपने वहां बुलाया और फिर शकुंतला के टैलेंट को भागने लगे और दोस्तों यहां पर भी उन्हें कैलकुलेशन करने के लिए जब कुछ सवाल दिए गए। उनके जवाब शकुंतला ने कुछ सेकंड भी दे देये। और इस बात से वहां पर मौजूद बड़े-बड़े गणितज्ञ भी हैरान रह गए थे।
(Shakuntala Devi Biography) और दोस्तों कमाल की बात तो यह थी कि शकुंतला देवी जी ने तो कुछ खास पढ़ाई भी नहीं की थी, और ना उनके पास किसी कॉलेज की डिग्री थी लेकिन उनका दिमाग कुछ ऐसा था कि वह एक बार जो चीज याद कर लेती थी। उसे कभी भी नहीं भूल ती थी और फिर शकुंतला की चर्चाएं भारत तक सीमित नहीं रही।
बल्कि उनके टैलेंट को विदेशों में भी लोग जाने लगे उने विदेशों मे भी बुलाने लगे और फिर एक बार उन्हें ब्रॉडकास्टिंग कंपनी पीवीसी के शो में बुलाया गया था। और यहां पर इस शो के होस्ट ने यह निर्णय लिया कि शकुंतला देवी सेवा ऐसे सवाल पूछेंगे कि उसका जवाब बहुत कठिन हो ओर उतार टाइम लगे देने मे ।
और फिर सवाल पूछे जाने के बाद से जब शकुंतला देवी ने उत्तर दिया तब वह उसके उत्तर अलग निकल कर आया था। (Shakuntala Devi Biography) हालांकि शकुंतला अपने उत्तर पर डटी रही और फिर बाद में यह पता लगा कि उनके पास जो उत्तर है वही गलत है।
और दोस्तों सबसे बड़ी ब्रॉडकास्टिंग कंपनी पर आने के बाद शकुंतला की पहचान और भी दूर-दूर तक हो गई। और फिर दोस्तों इसी तरह से एक बार फिर से शकुंतल जी को यूनिवर्सिटी में शकुंतला देवी को बुला था। (Shakuntala Devi Biography) और यहां पर उनका सामना उस समय के सबसे अच्छी तकनीक वाले कंप्यूटर के साथ हुआ था। और इस शो में शकुंतला देवी को 201 अंकों का 30 वां रूट निकालने के लिए कहा गया।
और दोस्तों कंप्यूटर ने जहां 62 सेकंड लगा दिए इस सवाल को हल करने के लिए। वह शकुंतला देवी ने मात्र 5 सेकंड का ही समय लेकर इस सवाल को हल कर दिया था। और दोस्तों इस इवेंट के बाद से ही पूरी दुनिया में शकुंतला देवी ह्यूमन कंप्यूटर के नाम से फेमस होने लगी।
और दोस्तों आगे भी इंपीरियल कॉलेज ऑफ लंदन की तरह कई सारे जगहों पर शकुंतला देवी को उनके मथमटिक्स के लिए बुलाया गया और हर जगह उन्होंने एक नया रिकॉर्ड बनाया। और दोस्तों फॉर्मर प्राइम मिनिस्टर ऑफ इंडिया इंदिरा गांधी ने शकुंतला देवी को मैथमेटिकल अंबीयासीटेर कहा था।
हालांकि सभी उपलब्धियों के बीच 1960 में शकुंतला देवी की शादी आईएएस ऑफिसर परितोष बनर्जी से हो गयी। हालांकि इन सभी दौर में शकुंतला देवी समाज के लिए काफी सारे काम की और उनके लिखे हुए बहुत सारे किताब आज भी फेमस है।
मथमटिक्स पर लिखी गई एक किताब जब 1977 लोगों के सामने आए हालांकि आजकल इस मुद्दे पर बात करना तो काफी आम हो गया। इसके अलावा एक एस्ट्रोलॉजर के तौर पर भी लोगों के सामने आए। और फिर इस काम के बारे में जब शकुंतला देवी से पूछा गया तब उन्होंने बताया कि उनकी हॉबी है।
Subhash Pujari Biography. सुभाष पुजारी बीओग्राफी.
God of Cricket|गॉड ऑफ क्रिकेट। Who Is The God Of Cricketer.
तो दोस्तों इस पोस्ट (Shakuntala Devi Biography) में तो बस इतना ही था लेकिन हम उम्मीद करते हैं कि आपको यह पोस्ट जरूर ही पसंद आई का बहुमूल्य समय देने के लिए बहुत-बहुत धन्यवाद।